’50 लाख की आबादी वाले देश ने खेला फाइनल, हम खेल रहे हिंदू-मुस्लिम’ : हरभजन सिंह
नई दिल्ली: भज्जी के नाम से मशहूर भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह ने फीफा विश्व कप के बहाने देश की राजनीति पर बड़ा हमला बोला है. क्रोएशिया के फाइनल खेलने को लेकर हरभजन ने एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने कहा कि क्रोएशिया फुटबॉल वर्ल्ड कप का फाइनल खेल गया और हम 135 करोड़ भारतीय हिंदू-मुसलमान खेल रहे हैं. कल खेले गए फाइनल में क्रोएशिया को फ्रांस के हाथों हार मिली. लेकिन क्रोएशिया के कड़े संघर्ष की कहनी से लोग प्रभावित हो रहे हैं.
हरभजन ने क्या ट्वीट किया?
हरभजन सिंह ने कल फाइनल के पहले ट्वीट किया, लेकिन निशाने पर देश की राजनीति आ गई. हरभजन ने कहा, ‘’लगभग 50 लाख की आबादी वाला छोटा सा देश क्रोएशिया फुटबॉल वर्ल्ड कप का फाइनल खेलेगा और हम 135 करोड़ भारतीय हिंदू-मुसलमान खेल रहे हैं. सोच बदलो देश बदलेगा.’’
पीएम मोदी ने फ्रांस के साथ क्रोएशिया को भी दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस के साथ-साथ क्रोएशिया को भी बधाई दी है. मोदी ने ट्वीट करके कहा है, ‘’एक बेहतरीन मैच! फ्रांस को फीफा वर्ल्ड कप जीतने के लिए बधाई. पूरे टूर्नामेंट खासकर फाइनल में उन्होंने शानदार खेल दिखाया. मैं साथ ही क्रोएशिया की टीम को उनके उत्साह से भरे खेल के लिए बधाई देना चाहता हूं. उन्होंने वर्ल्ड कप में ऐतिहासिक प्रदर्शन किया है.’’
20 साल बाद फ्रांस फिर बना फुटबॉल का चैम्पियन
बता दें कि फ्रांस फुटबॉल का नया चैम्पियन बन गया है. 20 साल बाद फ्रांस ने वर्ल्ड चैम्पियन का खिताब फिर एक बार अपने नाम किया है. रूस में खेले गए फाइनल में फ्रांस ने क्रोएशिया को 4-2 से करारी शिकस्त दी है. साल 1998 के बाद दूसरी बार फ्रांस वर्ल्ड चैम्पियन बना और क्रोएशिया वर्ल्ड कप जीतने से एक कदम दूर रह गया.
क्रोएशिया ने जीता करोड़ों फैन्स का दिल
इस विश्वकप में क्रोएशिया ने अपने प्रदर्शन से सबको चौंका दिया. महज 50 लाख की जनसंख्या वाले इस देश ने फुटबॉल वर्ल्ड कप में अपनी अलग पहचान बनाई. कप्तान लुका मोड्रिच इस विश्व कप के सर्वश्रेष्ठ खिलाडी चुने गए. फाइनल में फ्रांस के हाथों मिली 4-2 की हार से क्रोएशिया का वर्ल्ड कप जीतने का सपना अधूरा रह गया. लेकिन इस टीम ने हार कर भी करोड़ों फैंस का दिल जरूर जीत लिया.
बिना कोई मैच हारे फाइनल तक पहुंची क्रोएशिया
क्रोएशिया वो टीम है जो बिना कोई मैच हारे फाइनल तक पहुंची थी. इस टीम ने अर्जेंटीना, रूस और इंग्लैंड जैसी टीमो को मात दे कर अपनी अलग पहचान बनाई. साल 1998, जिस साल फ्रांस पहली बार वर्ल्ड चैम्पियन बना, उसी साल क्रोएशिया ने वर्ल्ड कप में कदम रखा और वर्ल्ड कप में तीसरे नंबर पर रहा.
20 साल में पहली बार वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंची क्रोएशिया
20 साल में पहली बार क्रोएशिया वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंची और ये इस टीम के लिए बहुत बड़ी बात है. महज 50 लाख की जनसंख्या वाले इस देश ने दिखा दिया कि अगर जज्बा हो तो कुछ भी मुमकिन है.
दिल्ली में क्रोएशिया जैसे बन सकते हैं चार देश
ये देश कितना छोटा है इसका अंदाजा इस बात से लग जाता है कि सिर्फ दिल्ली में क्रोएशिया जैसे चार देश बन सकते हैं. सूरत की जनसंख्या भी क्रोएशिया से ज्यादा है. ये देश भारत के लिए प्रेरणा भी है और सवाल भी कि जब क्रोएशिया ऐसा कर सकता है तो भारत क्यों नहीं.