कुख्यात सुनील राठी गैंग के चार शूटर्स मुठभेड़ में गिरफ्तार
देहरादून। जन केसरी
दून एसटीएफ को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। शुक्रवार रात एसटीएफ ने कुख्यात सुनील राठी एवं अमित भूरा गैंग के चार शूटरों को मुठभेड़ के दौरान गिरफतार किया है। यह शूटर रूड़की में एक व्यापारी की हत्या करने जा रहे थे। इनके कब्जे से पिस्टल, मोटरसाईकिल, मोबाइल सहित अन्य सामान बरामद हुए हैं। एसटीएफ को इन शूटरों ने चौकाने वाले खुलासा किया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ रिद्धिमा अग्रवाल ने बताया कि विगत कुछ दिनों से सूचना मिल रही थी कि सुनील राठी के सदस्य, चमोली चमोली जेल में बंद परवीन बाल्मीकि द्वारा रूड़की, हरिद्वार में अपनी दहशत फैलाने व रंगदारी वसूलने के उददेश्य से किसी व्यापारी की हत्या करवाना चाहता है। जिसके लिए कुछ शार्प शूटरों को रूड़की भेजा गया है। इस सूचना के आधार पर एक टीम को गठित कर रूड़की की ओर भेजा गया। रात्रि करीब 8ः10 बजे कुछ संदिग्ध दिखाई दिए। जिनको टीम ने रोकने का प्रयास किया तो फायर शुरू कर दिए। एसटीएफ की टीम ने साहसिक मुठभेड़ के दौरान चार शूटर्स को गिरफ्तार किया। दीपक, दीपक उर्फ उमेर, विवके यादव, अंकुर चौधरी को एसटीएफ ने गिरफतार किया। इनके कब्जे से एक पिस्टल 9 एमएम मय कारतूस, एक पिस्टल 32 एमएम मय कारतूस, दो सीएमपी 315 बोर, मोटर साइकिल पी 6742 01 तथा यूपी 11 यू 57, दो मोबाइल फोन, वाईफाई डोंगल आदि बरामद हुए हैं।
शूटरों ने किया खुलासा
एसटीएफ के गिरफ्त में आए शूटरों ने बताया कि वह सुनील राठी व अमित भूरा गैंग के गुर्गे देवबंद में निरूध सुशील चौधरी, चमोली जेल में बंद कुख्यात अपराधी प्रवीण वाल्मीकि तथा अल्मोड़ा जेल में बंद रूपेश त्यागी से वाटसअप के जरिए संपर्क में थे। प्रवीण वाल्मीकि के कहने पर रूड़की के एक व्यापारी की हत्या करने यहां आए हुए थे। दीपक मान तथा दीपक शर्मा उर्फ मोनू द्वारा इसी साल अप्रैल में थाना मंगलोर हरिद्वार के गणेश स्वीट के मालिक पर जान से मारने की नीयत से फायर करना बताया गया। जबिक विवेक यादव द्वारा पूर्व में प्रवीण वाल्मीकि व सुशील चौधरी के इशारे पर इसी वर्ष फरवरी में देवबंद क्षेत्र एक व्यापारी की हत्या में शामिल होना बताया गया। अंकुर चौधरी सुशील चौधरी मिरगपुर का रिश्तेदार है। इसको एसटीएफ ने अवैध असलहों की तस्करी के संबंध में पूर्व में भी गिरफतार किया जा चुका है।
टीम में शामिल एसटीएफ व पुलिस
एसटीएफ निरीक्षक ऋषि वल्लभ चमोला, हेड कांस्टेबल दीपक अरोड़ा, कांस्टेबल कैलाश नयाल, अनूप भाटी, संजय सिंह, बृजेंद्र चौहान, महेंद्र नेगी, थाना गंग नहर से उपनिरीक्षक वीके भट्ट, कांस्टेबल संजय तोमर आदि मौजूद रहे। जिनको अपर पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था अशोक कुमार की ओर से दस एवं पुलिस महानिरीक्षक एसटीएफ की ओर से पांच हजार रूपये इनाम देने की घोषणा की गई।