नई दिल्ली: दिल्ली की टिकरी बॉर्डर पर ‘किसान आंदोलन’ में मुकेश नाम के किसान को शराब पिला कर ज़िंदा आग के हवाले कर दिया गया, ताकि उसे ‘शहीद’ बनाया जा सके। मुकेश की मौत के बाद हरियाणा के झज्जर स्थित बहादुरगढ़ के अंतर्गत आने वाले कसार गाँव में पंचायत हुई, जिसमें रोहतक लोकसभा क्षेत्र से सांसद अरविंद कुमार शर्मा भी मौजूद थे। इसी पंचायत में मुकेश मुदगिल का बेटा राहुल भी पहुँच गया और सीधे सांसद के सामने बैठ गया। उसकी आयु केवल 9 साल है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, राहुल ने पंचायत से कहा कि, “आज फादर्स डे है। सभी बच्चे अपने पापा को याद कर रहे हैं। मुझे भी आज मेरे पापा की याद आ रही है। मेरे पापा ने कभी मुझे नहीं डाँटा। मैंने कभी उन्हें किसी से झगड़ा करते हुए नहीं देखा। आप बस इसका जवाब दे दो कि मेरे पापा को क्यों जलाया?” पंचायत में सन्नाटे के बीच सांसद शर्मा ने आश्वासन दिया कि दोषियों को दंड अवश्य मिलेगी। उन्होंने सरकार से जवाब माँगा है कि किसके कहने पर इतनी बड़ी तादाद में आंदोलनकारियों को हमारे घरों के बाहर बिठा दिया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारियों की वेश में जब गुंडे गाँव के महिला-पुरुषों को परेशान करेंगे तो विवाद होगा ही। गांव वालों ने उन अधिकारियों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया, जिन्होंने आंदोलनकारियों की आड़ में अपराधियों को फ्री बिजली-पानी व अन्य सुविधाएँ दी। उनकी भी जाँच कराए जाने की भी माँग की गई है।