कैंट बोर्ड की सफाई व्यवस्था पर बट्टा
देहरादून। जन केसरी
कैंट बोर्ड गढ़ी की साख पर एक ठेकेदार बट्टा लगा रहा है। क्षेत्र में सफाई व्यवस्था के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है। क्षेत्र में तमाम जगहों पर कूड़े का ढेर लगा हुआ है। कॉलोनियों के नालियों व सड़क किनारे गंदगी का अंबार लगा हुआ है। लोग इसकी शिकायत भी कैंट बोर्ड कार्यालय में कर रहे हैं। लेकिन समाधान नहीं हो पा रहा है। इसकी सबसे बड़ी वजह सफाई कर्मचारियों की कमी बताई जा रही है। हालांकि ऐसा भी नहीं है कि ठेकेदार के पास सफाई कर्मचारियों की कमी है। 100 से ज्यादा सफाई कर्मचारियों का भुगतान कैंट बोर्ड हर माह ठेकेदार को कर रहा है। लेकिन धरातल पर सफाई कर्मचारी गिनती भर के हैं। जिसके चलते क्षेत्र की सफाई व्यवस्था ठीक से नहीं की जा रही है।
एक सूत्र ने बताया कि कैंट क्षेत्र में रोजाना 40 के करीब ही सफाई कर्मचारी फिल्ड में काम करते हुए नजर आते हैं। इन कर्मचारियों के जिम्मे क्षेत्र की पूरी सफाई व्यवस्था है। जबकि ठेकेदार द्वारा कैंट बोर्ड से 100 से ज्यादा कर्मचारियों का वेतन लिया जा रहा है। फिल्ड में ड्यूटी कर रहे सफाई कर्मचारियों में भी रोष है। उनका कहना है कि जितने सफाई कर्मचारी कागजात में दिखाये गए हैं अगर वे धरातल पर दिखे तो सफाई व्यवस्था और बेहतर होगी। काम का लोड भी कम होगा। उन्होंने कहा कि उनकी मजबूरी है ठेकेदार के खिलाफ नहीं बोलना। वरना अगले दिन उनको काम से निकाल दिया जाएगा। एक सफाई कर्मचारी ने कहा कि हम कर्मचारियों का दुर्भाग्य है कि महीने में साप्ताहिक छुट्टी के अलावा एक भी अतिरिक्त छुट्टी नहीं दी जाती है। किसी ने छुट्टी की तो उसका वेतन भी काट दिया जाता है।
– सैनेट्री इंस्पेक्टर नरेंद्र कुमार ने बताया कि ठेकेदार के पास 109 के आसपास सफाई कर्मचारी हैं। जिसका भुगतान कैंट बोर्ड करता है। कुछ कर्मचारियों की ड्यूटी आर्मी क्षेत्र में भी रहती है। फिल्ड में सफाई कर्मचारी कम आ रहे हैं इसके बारे में पता नहीं है।
– सुपरवाइजर धनंजय यादव ने कहा कि प्रेमनगर, गढ़ी, आर्मी क्षेत्र मिलाकर कुल 109 सफाई कर्मचारी हमें मिले हैं। जिसमें से कुछ कर्मचारी नाइट में भी ड्यूटी करते हैं। इतने कम कर्मचारी में सफाई व्यवस्था ठीक रखना बड़ी बात है। हमारे सभी कर्मचारी रोजाना ड्यूटी कर रहे हैं।