केदारनाथ तीर्थ पुरोहितों को भूमिधरों का अधिकार मिलने की मांग को लेकर प्रदर्शन, धाम से घोड़ा पड़ाव तक बाजार बंद
रुद्रप्रयाग: केदारनाथ आपदा से प्रभावित तीर्थ पुरोहितों को भूमिधर अधिकार के तहत भवन देने समेत कई कई मांगों को लेकर केदारनाथ धाम में दुकानें, होटल और लॉज तीर्थ पुरोहितों और स्थानीय लोगों के आंदोलन के चलते पूर्ण रूप से बंद रहे।
इस दौरान तीर्थ पुरोहितों ने सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन कर एक दिवसीय धरना भी दिया, जिससे धाम पहुंचने वाले यात्रियों को खाने, पीने एवं रहने की की खासी दिक्कतें उठानी पड़ी। शीघ्र मांगों पर उचित कार्यवाही न होने पर आमरण अनशन शुरू करने की चेतवानी भी दी।
तयशुदा कार्यक्रम के तहत शनिवार को केदारनाथ धाम में तीर्थ पुरोहित एवं स्थानीय लोगों ने सुबह सात बजे अपने प्रतिष्ठान को बंद कर दिए थे। जिसके बाद समस्त तीर्थ पुरोहित एवं स्थानीय लोग मंदिर प्रांगण में एकत्रित हुए, और भूमिधर अधिकार एवं खड़े भवनों को छेड़छाड़ न करने को लेकर केदारनाथ मंदिर से चबूतरे तक जोरदार प्रदर्शन कर नारेबाजी की। इसके बाद मंदिर के पास एक दिवसीय धरना भी दिया।केदारनाथ धाम में 24 घंटे के बंद के चलते सभी दुकानें, होटल और लॉजों के बंद के चलते तीर्थ यात्रियों को खाने-पीने से लेकर रहने को लेकर खासी दिक्कतें उठानी पड़ी। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि केदारनाथ तीर्थ पुरोहित समाज अपनी मांगों को लेकर आंदोलित हैं।