जन केसरी की कई खबरों पर कैंट बोर्ड की लगी मुहर, शराब ठेकों से कैंट बोर्ड वसूलेगा इतना लाइसेंस फीस
कैंट क्षेत्र में व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से वसूलेगा लाइसेंस फीस

– पचास हजार से लेकर तीन लाख तक किए जाने का प्रस्ताव
-गढ़ी डाकरा में खोले जाएंगे तीन पहाड़ी उत्पाद घर
देहरादून,जन केसरी। छावनी परिषद देहरादून अंतर्गत तमाम व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को अब भारी-भरकम लाइसेंस फीस देनी होगी। यह फीस पचास हजार से तीन लाख रुपये तक होगी। इसे लागू करने से पहले कैंट बोर्ड सभी प्रतिष्ठानों के साथ बैठक करेगा। इसके अलावा गढ़ी- डाकरा व प्रेमनगर में तीन पहाड़ी उत्पाद घर खोले जाएंगे। इनमें पहाड़ी अनाज, हस्तशिल्प उत्पाद आदि का विक्रय किया जाएगा। यह उत्पाद कैंट बोर्ड स्वयं सहायता समूह से खरीदेगा। व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से लाइसेंस फीस को लेकर जन केसरी न्यूज पोर्टल ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था।
शनिवार को सब-एरिया में आयोजित कैंट की वैरी बोर्ड की बैठक में उक्त प्रस्तावों पर चर्चा हुई। दरअसल, अभी तक कैंट बोर्ड बैंक, पेट्रोल पंप, शराब ठेकों, वेडिंग प्वाइंट सहित अन्य गतिविधियों के संचालन पर कोई फीस नहीं लेता। जबकि बड़ी संख्या में इन प्रकार के व्यावसायिक गतिविधियां कैंट क्षेत्र में संचालित होते हैं। बोर्ड बैठक में तय किया गया कि कैंट बोर्ड की आय बढ़ाने के लिए इस प्रकार के व्यावसायिक संचालकों से लाइसेंस फीस ली जाए । यह फीस 50 हजार से तीन लाख रुपये तक तय की गई है। हालांकि शराब ठेकों से तीन लाख रुपये लाइसेंस फीस वसूलने का प्रस्ताव बैठक में पारित कर दिया गया। बैठक में केहरी गांव क्षेत्र में सील किए तीन हॉस्टल व प्रेमनगर में कालरा स्वीट शॉप के कंपाउंडिंग का मामला रखा गया। बोर्ड ने हॉस्टल पर जेई और राजस्व अधीक्षक से रिपोर्ट मांगी है। वहीं कालरा स्वीट शॉप मामले को विधिक राय के लिए भेज दिया है। बोर्ड बैठक में अध्यक्ष ब्रिगेडियर अर्निबन दत्ता, सीईओ अभिनव सिंह व नामित सदस्य विनोद पंवार आदि मौजूद रहे।
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एसके मेंमोरियल अस्पताल से आय-व्यय का ब्योरा तलब
कैंट अस्पताल को एसके मेंमोरियल अस्पताल को पीपीपी मोड पर दिया गया है। लेकिन अभी तक अस्पताल की ओर से कैंट क्षेत्रवासियों को कोई खास लाभ नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में अब बोर्ड ने अस्पताल से आय-व्यय का ब्योरा तलब किया है। इसकी जांच सीए से करवाई जाएगी। इस मुद्दे को भी जन केसरी ने कई बार प्रकाशित किया।
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थैलाघर फिर खोला जाएगा
कैंट क्षेत्र में पॉलीथिन मुक्त अभियान के तहत प्रेमनगर में थैलाघर खोला गया था। जिसमें लोग के पुराने कमड़ों से कपड़े के थैले बनाए जा रहे थे। पिछले कुछ महीनों से यह थैलाघर बंद पड़ा हुआ था। इसे दोबारा खोला जाएगा और यहां थैला तैयार करने वाले महिलाओं को सटिर्फिकेट देने के साथ ही कैंट बोर्ड दस हजार कपड़े के थैले कैंट क्षेत्र में वितरित करेगा।
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अमिताभ टैक्स टाइल मिल का प्रस्ताव स्थगित
प्रेमनगर स्थित अमिताभ टैक्सटाइल मिल की भूमि को लेकर आए प्रस्ताव को स्थगित कर दिया गया। सवाल ये उठ रहे हैं कि जब यह मामला विवादित है तो क्यों इसे बार- बार बोर्ड में लाया जाता है। आखिर इस प्रस्ताव को पास कराने के लिए कैंट के अधिकारी इतने उत्तावले क्यों है। ये प्रकरण तत्कालीन सीईओ जाकिर हुसैन, फिर तनु जैन और अब अभिनव सिंह के समय से चल रहा है। वहीं, बोर्ड अध्यक्ष ने इस प्रकरण पर विस्तृत आख्या मांगी है।
यह प्रस्ताव भी हुए पारित
गोर्खाली सुधार सभा भी ओर से शहीद ले.कर्नल धन सिंह थापा व शहीद कैप्टन दल बहादुर थापा के नाम से शहीद द्वार पर जेई से मांगी रिपोर्ट।
– एक और जटायु मशीन की खरीद, विभिन्न विकास कार्यों को स्वीकृति।
-पार्किंग के लिए गुरुद्वारे की जमीन का प्रस्ताव।
– कैंट क्षेत्र में दो वेडिंग जोन का प्रस्ताव।
– कैंट बोर्ड के संबंध में जानकारी देने के लिए मोहनपुर चौक पर एलईडी लगाने का प्रस्ताव।
सुलगते सवाल
बैठक में केहरी गांव क्षेत्र में सील किए तीन हॉस्टल व प्रेमनगर में कालरा स्वीट शॉप के कंपाउंडिंग का मामला रखा गया। बोर्ड ने हॉस्टल पर जेई और राजस्व अधीक्षक से रिपोर्ट मांगी है। वहीं कालरा स्वीट शॉप मामले को विधिक राय के लिए भेज दिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन सभी मामलों को निपटाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके एवज में मोटी रकम की डील हो रही है। अतिमाभ टैक्स टाइल मील प्रकरण भी इसी का एक हिस्सा है।
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