कैंट बोर्ड: टैक्सी में बैठने से साहब की घटती है शान
किराये की टैक्सियों की पीली प्लेटें सफेद करके इस्तेमाल कर कैंट बोर्ड के अधिकारी
देहरादून। कैंट बोर्ड देहरादून के सीईओ अभिनव सिंह की टैक्सी में बैठने से शान घटती है। लिहाजा, कैंट बोर्ड में मोटर व्हीकल एक्ट की धज्जियां उड़ रही है। टैक्सी पास गाड़ियों की नंबर को पीली पट्टी हटाकर धड़ल्ले से सफेद पट्टी के साथ उनको संचालित किया जा रहा है।
कैंट बोर्ड में अफसरों के लिए दो तरह की गाड़ियां चलती हैं। पहली तो सीधे सरकारी गाड़ियां। दूसरी, वह जो टैक्सी के रूप में हायर की गई है। कायदे से इन टैक्सी पास वाहनों की नंबर प्लेट पीली पट्टी वाली होनी चाहिए, लेकिन कुछ अफसरों की गाड़ियों में यह प्लेट सफेद है। आम टैक्सी चालक पर भले ही मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्रवाई हो जाती है, लेकिन कैंट बोर्ड के इन गाड़ियों पर कार्रवाई की अभीतक कोई हिमाकत नहीं कर पाया। इधर, आरटीओ प्रवर्तन देहरादून ने कहा कि टैक्सी नंबर की प्लेट पीली होती है। इस प्लेट से छेड़छाड़ पर मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्रवाई हो सकती है। ऐसे वाहनों के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा।
ये हो सकती है कार्रवाई
मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 177 के तहत वाहन पंजीकरण से संबंधित दस्तावेज या नंबर प्लेट में छेड़छाड़ करने पर 500 रुपये जुर्माने का प्रावधान है। संबंधित आरटीओ की टीम यह कार्रवाई अपने परिक्षेत्र में कर सकती है।