कैंट बोर्ड के कर्मचारियों को दो माह से नहीं मिला वेतन, साबह बेफिक्र
देहरादून। कैंट बोर्ड देहरादून के कर्मचारियों को पिछले दो माह से वेतन नहीं मिल रहा है। वेतन नहीं मिलने से एक परिवार को क्या क्या परेशानी होती है वो आप सभी समझ सकते हैं। आर्थिक समस्याओं से जुझ रहे कर्मचारियों ने समय से वेतन नहीं मिलने का जिम्मेदार अपने साहब को ठहरा रहे हैं। कर्मचारियों का कहना है कि कैंट बोर्ड के अधिकारियों द्वारा इस ओर प्रयास नहीं किया जा रहा है। जिसके चलते कई तरह की दिक्कतें हो रही हैं। कर्मचारियों में साहब के खिलाफ अंदरखाने नाराजगी भी चल रही है।
कैंट बोर्ड के कर्मचारियों का कहना है कि यहां के अधिकारियों का वेतन समय से हरबार मिलता है। जबकि कर्मचारियों को समय से वेतन नहीं दिया जाता है। जिसके चलते उन्हें परेशानी होती है। उन्होंने कहा कि अधिकारी हो या कर्मचारी सभी का वेतन समय से मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि हालांकि कुछ लोगों को देरी से वेतन मिलने से भी कोई फर्क नहीं पड़ेगा। क्योंकि उनके पास आय के बहुत सारे साधन है। लेकिन जो लोग वेतन पर निर्भर हैं उन्हें परेशानी हो रही है। इनका कहना है कि साबह कर्मचारियों के प्रति लापरवाह हैं। वरना अभीतक वेतन मिल गई होती।
बजट को लगा रहे ठिकाने, अपने कर्मचारी परेशान
कैंट कर्मचारियों का कहना है कि जो बजट आ रहा है उसको पब्लिक वर्क के नाम पर ठिकाने लगा दिए जा रहे हैं। जो काम पहले से हो रखा है उसे भी दोबारा से किया जा रहा है। ताकि बजट को ठिकाने लगाने के साथ ही कमीशन मिल जाए। सभी को पता है कि कर्मचारियों को वेतन देने में कोई कमीशन नहीं मिलेगा। वरना कम से कम पहले कर्मचारियों को वेतन दिया जाता। क्योंकि इनके बदौलत ही अधिकारी भी अपनी कुर्सी का रौब दिखाते हैं।
जन केसरी को मिल रही सूचना से अधिकारी परेशान
कैंट बोर्ड कार्यालय व क्षेत्र में हो रही तमाम गतिविधियों की सूचना सबसे पहले जन केसरी द्वारा प्रकाशित किया जाता है। कैंट बोर्ड कार्यालय में क्या कुछ चल रहा है इसकी खबर लगातार प्रकाशित की जा रही है। जन केसरी ने कई बार भ्रष्टाचार की पोल तक खोल दी है। इससे कैंट बोर्ड के अधिकारी परेशान हैं। वर्तमान में पहले से ज्यादा सूचना जन केसरी को इस कार्यालय से मिलनी शुरू हो गई है। इसके बाद से यहां के अधिकारी काफी परेशान चल रहे हैं।
कर्मचारियों के हित में है जन केसरी
जन केसरी शुरू से ही कर्मचारियों के हित में खबरे प्रकाशित करते आ रहा है। जन केसरी ने क्षेत्र की उन समस्याओं को प्रमुखता से प्रकाशित किया जिससे जनता काफी परेशान थी। भविष्य में भी जन केसरी के लिए सबसे पहले कर्मचारी और क्षेत्रवासी प्रमुखता के तौर पर होंगे। इस प्लेट फॉर्म पर समस्याओं को गंभीरता से प्रकाशित किया जाता है। क्योंकि अधिकारियों का जो काम है वो तो करना ही पड़ेगा। जब नहीं करेंगे तो पब्लिक को इस माध्यम से बताया जाएगा।
वर्जन:::::::
तीसरा माह शुरू हो गया है। अभीतक कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला है। कार्यालय में और सारे काम हो रहे हैं लेकिन कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया जा रहा है। जिससे कर्मचारियों को कई तरह की परेशानी हो रही है। अनिल कुमार, मुख्य सलाहकार, कैंट श्रमिक संघ