आईएमए पीओपी: इस बार भारतीय सेना को मिलेंगे 319 युवा जाबांज

– दस विदेशी देशों के 68 जैंटलमैन कैडेट्स होंगे पास
– 11 दिसंबर को पास आउट होंगे कुल 387 जैंटलमैन कैडेट्स
देहरादून। जन केसरी
भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में 11 दिसंबर को पासिंग आउट परेड (पीओपी) का आयोजन किया जाएगा। परेड में बतौर रिव्यूइंग अफसर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद परेड की सलामी लेंगे। इस बार 319 भारतीय और 68 विदेशी कुल 387 जेंटलमैन कैडेट परेड में कदमताल करेंगे। आईएमए प्रशासन पीओपी की तैयारियों में जुटा हुआ है।
आईएमए की जन संपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल हिमानी पंत ने बताया कि पीओपी से पहले तीन दिसंबर को ग्रेजुएशन सेरेमनी, आठ दिसंबर को कमांडेंट अवार्ड सेरेमनी, नौ दिसंबर को कमांडेंट परेड तथा दस दिसंबर को मल्टीएक्टीविटी डिस्प्ले व साउंड व लाइट शो का आयोजन किया जाएगा। इसके बाद 11 दिसंबर को मुख्य परेड का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि आईएमए की ऐतिहासिक चैटबुड बिल्डिंग के समीप फाइनल परेड की रिहर्सल लगातार चल रही है। राष्ट्रपति के आगमन को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विशेष तैयारियां की जा रही हैं।
आईएमए का इतिहास
भारतीय सैन्य अकादमी की स्थापना 1932 में हुई थी। पहले बैच में 40 जेंटलमैन कैडेट्स शामिल थे। पहला बैच 1934 में पासआउट हुआ था। 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के नायक रहे फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ इसी पहले बैच के छात्र थे। पहले बैच में शामिल स्मिथ डन ने बर्मा और मुहम्मद मूसा खान ने पाकिस्तान की सेना का नेतृत्व किया। भारतीय सैन्य अकादमी अब तक देश और दुनिया को 62 हजार से ज्यादा सैन्य अफसर दे चुकी है। इसमें 2,600 विदेशी सैन्य अफसर भी शामिल हैं।
दो पूर्व छात्र होंगे विशेष मेहमान
आईएमए की पीआरओ लेफ्टिनेंट कर्नल हिमानी पंत ने बताया कि पीओपी में उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ (सीडीएस) जनरल विपिन रावत भी शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि आईएमए के लिए यह गर्व की बात है कि राज्यपाल और सीडीएस भी इस महान संस्थान के पूर्व छात्र हैं। पीओपी में जैंटलमैन कैडेटों के माता-पिता और परिवार के सदस्य कार्यक्रमों में शामिल होंगे। पिपिंग समारोह में भी परिजन उपस्थित रहेंगे।