उत्तराखण्ड

मिलिट्री इंटेलिजेंस को मिली बड़ी सफलता, फर्जी मेजर को आर्मी गेट से किया गिरफ्तार

रायवाला। ख़ुद को भारतीय सेना का मेजर बताकर जनपद देहरादून के रायवाला कैंट में जबरन घुसने का प्रयास करने वाले एक बहुरूपिया को मिलिट्री इंटेलिजेंस देहरादून व 6 माउंटेन आर्टि ब्रिगेड क्यूआरटी टीम द्वारा रायवाला के टीसीपी संख्या 1 से गिरफ्तार कर रायवाला पुलिस को सुपुर्द किया है। अभियुक्त के पास से एमआई द्वारा फर्जी लिकर कार्ड व आर्मी हैट भी बरामद की है। आरोपी को गिरफ्तार करने में एमआई टीम की अहम भूमिका रही।

प्राप्त जानकारी के अनुसार कल शनिवार को मिलिट्री इंटेलिजेंस देहरादून की सूचना पर क्यूआरटी टीम ने थाना रायवाला अंतर्गत 6 माउंटेन आर्टि ब्रिगेड के टीसीपी संख्या 1 में एक व्यक्ति द्वारा खुद को भारतीय सेना का मेजर अर्जुन मलिक, जोकि रायवाला कैंट में तैनात है बताकर कैंट रायवाला में जबरन घुसने की कोशिश की। जिसके तुरंत बाद एमआई व क्यूआरटी टीम द्वारा तुरंत कार्यवाही करते हुए मौके पर उक्त युवक को पकड़ लिया गया। एमआई ( मिलिट्री इंटेलिजेंस ) द्वारा उक्त युवक से पूछताछ करने पर उसके द्वारा गेट पर तैनात सेनाकर्मियों को बताई जा रही अपनी पहचान मेजर अर्जुन मालिक फर्जी निकली।  आरोपी ने अपना असल नाम राहुल कुमार पुत्र सहदेव सिंह निवासी- ग्राम व पोस्ट भैंसवाल, शामली, उत्तर प्रदेश बताया। पकड़ा गया युवक द्वारा अपनी कार संख्या यूके08वी6926 जिसपर आर्मी लिखा हुआ था, के साथ जबरन कैंट क्षेत्र में घुसने का प्रयास किया जा रहा था।

आरोपी का फ़ोन खंगालने पर उसके द्वारा रायवाला कैंट क्षेत्र की खींची गई कई तस्वीरें भी बरामद हुई। इसके साथ ही उसके द्वारा रूड़की, देहरादून व रायवाला आर्मी कैंटीन के सामान की बिक्री करने की भी पुष्टि हुई है। प्राथमिक जांच में यह भी सामने आया है कि अभियुक्त द्वारा आम जनता को भी खुद को सेना में मेजर होने की बात कहते हुए उनको कैंटीन में नौकरी लगाने का झांसा देते हुए उनसे 30 से 40 हज़ार रुपए ठगे जाते थे। उसके द्वारा खुद को मेजर अर्जुन मालिक बताकर ऋषिकेश निवासी असम राइफल में तैनात एक कर्मी की पुत्री को रायवाला आर्मी कैंटीन में नौकरी लगाने का झांसा दिया गया है।एमआई द्वारा अभियुक्त को थाना रायवाला को सुपुर्द कर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है।

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