सीएम का बड़ा बयान- त्रिवेंद्र कार्यकाल में हुआ कोरोना जांच घोटाला
देहरादून। जन केसरी
हरिद्वार में हुए कोरोना टेस्ट मामले में फर्जीवाड़े को लेकर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि यह मामला उनके मुख्यमंत्री बनने से पहले का है। लेकिन जो भी लोग इस मामले में दोषी पाए जाएंगे उन पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस प्रकरण की जांच कराई जा रही है।
कैंट बोर्ड के कोविड अस्पताल के लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान सीएम तीरथ सिंह रावत ने ये बात कही। उन्होंने कहा कि ये मामला बहुत पुराना है। मैं मार्च में आया हूं। जब ये मामला संज्ञान में आया तो उस वक्त मैं दिल्ली में था। मैंने पहले ही जांच बैठा दी है। मैं चाहता हूं कि दूध का दूध पानी का पानी हो जाए। मैंने पहले ही कहा कि ये मामला मेरे कार्यकाल का नहीं है। जो भी दोषी होगा सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी। गौरतलब है कि तीरथ सिंह रावत से पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत मुख्यमंत्री थे। हालांकि सीएम ने उनका नाम नहीं लिया। सीएम के द्वारा दिए इस बयान के बाद फिर से सियासी हलचलें तेज हो गई हैं।