सैन्य धाम में बनेगा बाबा जसवंत, बाबा हरभजन का मंदिर
देहरादून:
भारतीय सेना के बहादुरी के किस्से जितने रोंगटे खड़े करने वाले हैैं उतने ही दिलचस्प भी। इस देश की मिट्टïी में कई ऐसे शूरवीर हुए, जिन्होंने हंसते-हंसते अपनी जान की बाजी लगा दी। ऐसे शूरवीर भी हैैं जो शहादत के बाद भी वतन की रखवाली कर रहे हैैं। उनकी याद में मंदिर तक बनवाया गया है। हम बात कर रहे हैैं, बाबा जसवंत सिंह रावत व बाबा हरभजन सिंह की। अब गुनियाल गांव स्थित सैन्यधाम में भी इनकी याद में मंदिर बनाए जाएंगे। ताकि आने वाली कई पीढिय़ां इनके साहस व पराक्रम से प्रेरणा लें। सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने सैन्यधाम में आयोजित कार्यक्रम में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सैन्यधाम के लिए प्रदेशभर से 1734 शहीदों के आंगन की मिट्टïी लाई गई है। यह मिट्टïी एक कलश में यहां स्थापित होने वाली अमर ज्योति के नीचे रखी जाएगी। इसके अलावा तीनों सेना के प्रतीक के रूप में टैैंक, वायु सेना का विमान व नौसेना का साजो-सामान भी यहां रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि सैन्य धाम को ऐसा भव्य स्वरूप दिया जाएगा कि जिस तरह लोग दूर-दूर से चारधाम आते हैैं, यहां भी दर्शनों के लिए आएंगे।
चुनाव के समय कांग्रेस को याद आ रहे सैनिक और शहीद
सैनिक कल्याण मंत्री ने कहा कि कांग्रेस को अब तक शहीदों की याद नहीं आई। अब चुनाव के समय उन्हें सैनिक और शहीद याद आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह मंत्री नहीं थे और चुनाव नहीं थे, तब भी गढ़वाल-कुमाऊं में सैनिक सम्मान समारोह आयोजित किए गए। क्योंकि भाजपा का सैनिकों से लगाव है। वह चुनाव को देखकर नहीं, बल्कि दिल से काम करती है।