राजनीति

प्रधानमंत्री मोदी पर अमर्यादित बयान, उल्टा पड़ सकता है कांग्रेस का दांव

2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों की तैयारियां शुरू हो गई है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कांग्रेसी नेताओं की ओर से व्यक्तिगत हमले किए जा रहे हैं। सियासी घमासान के बीच कांग्रेस के नेता अपनी मर्यादा भूल गए हैं। कांग्रेस नेताओं की तरफ लगातार पीएम मोदी को लेकर अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया जा रहा है। कहीं ऐसा ना हो 2019 में सत्ता का सपना देख रही कांग्रेस को उसी के नेताओं की अमर्यादित बयानबाजी ले डूबे। दरअसल, बुधवार को कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने भी राजनीतिक भाषा के स्तर को गिराते हुए पीएम मोदी पर अभद्र टिप्पणी कर डाली।

संजय निरुपम ने पीएम मोदी को अनपढ़ और गंवार तक बता दिया। दरअसल, निरुपम महाराष्ट्र सरकार के उस फैसले का विरोध कर रहे हैं जिसमें राज्य के स्कूल में प्रधानमंत्री पर बनी फिल्म दिखाने की बात कही गई है। संजय निरुपम ने कहा ‘जो बच्चे स्कूल-कॉलेज में पढ़ रहे हैं उनको मोदी जैसे अपनढ़ गंवार के बारे में जानकर क्या मिलने वाला है। पीएम मोदी से स्कूल के बच्चे कुछ नहीं सीख सकते हैं।’ संजय निरुपम ने यह भी कहा कि यह लोकतंत्र है और लोकतंत्र में पीएम भगवान नहीं होता। मैंने कुछ भी अशोभनीय नहीं कहा है।

हालांकि विवादित बयानबाजी का ये पहला मौका नहीं है। इससे पहले भी कांग्रेसी नेताओं की तरफ से विवादित बयान दिए जाने के कई मामले सामने आ चुके हैं। कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने पिछले साल गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान पीएम को ‘नीच’ कहा था। अय्यर के इस बयान को लेकर चौतरफा आलोचना भी हुई थी।

वहीं 2014 में मणिशंकर अय्यर ने कहा कि मैं आपसे वादा करता हूं कि 21वीं सदी में नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री कभी नहीं बन पाएंगे, लेकिन अगर वो यहां आकर चाय बेचना चाहते हैं, तो हम उन्हें इसके लिए जगह दिला सकते हैं।

यहां तक कि अय्यर ने दिसंबर 2013 में नरेंद्र मोदी को जोकर तक बता दिया था। अय्यर ने कहा था कि चार-पांच भाषण देकर उन्होंने बता दिया है कि कितने गंदे-गंदे शब्द उनके मुंह में हैं।

मणिशंकर अय्यर के अन्य विवादित बयान
– 2017 में मणिशंकर ने कहा कि पीएम मोदी नीच किस्म के हैं। अय्यर का बयान सामने आने के कुछ ही देर बाद सियासी घमासान शुरू हो गया था।
– 2017 में मणिशंकर अय्यर ने कहा कि हथियार उठाकर गलत नहीं करते कश्मीरी युवक, भाजपा के लोग उन्हें मजबूर करते हैं।
– 2015 में अय्यर ने कहा था कि भारत और पाकिस्तान के रिश्तों को मजबूत करने के लिए मोदी को हटाना होगा, नहीं तो वार्ता आगे नहीं बढ़ेगी।
– 2014 मेंं अय्यर ने कहा कि मैं आपसे वादा करता हूं कि 21वीं सदी में नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री कभी नहीं बन पाएंगे, लेकिन अगर वो यहां आकर चाय बेचना चाहते हैं, तो हम उन्हें इसके लिए जगह दिला सकते हैं।
– मार्च 2013 को जब नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस पार्टी को ‘दीमक’ बुलाया तो अय्यर ने कहा, मोदी ने हमें दीमक बुलाया है, तो मैं तो कहता हूं कि वो एक सांप हैं, बिच्छू हैं।
– दिसंबर 2013 में अय्यर ने नरेंद्र मोदी को ‘जोकर’ बताया और कहा, चार-पांच भाषण देकर उन्होंने बता दिया है कि कितने गंदे-गंदे शब्द उनके मुंह में हैं।

अय्यर के एक बयान से बदल गई थी भाजपा की चुनावी रणनीति
मणिशंकर अय्यर ने 2014 के अाम चुनाव से पहले कहा था कि मैं आपसे वादा करता हूं कि 21वीं सदी में नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री कभी नहीं बन पाएंगे, लेकिन अगर वो यहां आकर चाय बेचना चाहते हैं, तो हम उन्हें इसके लिए जगह दिला सकते हैं। अय्यर के इस बयान का मोदी ने भरपूर फायदा उठाया और पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता पर काबिज हुए और पीएम बने।

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