उत्तराखण्ड
जज को पता होता तो नहीं होती इनकी फजीहत, पुलिस नाराज
जज को पहले से पता होता कि सोमवार को सरकारी छुट्टी होने वाली है तो वे मुल्जिम को कोर्ट में पेशी की डेट सोमवार को नहीं रखते। जज ने एक कैदी को सोमवार के दिन पेशी की डेट पर उपस्थित होने को कहा था। हिमाचल पुलिस जब कैदी को यहां लेकर पहुंची तो पता चला कि कोर्ट की छुट्टी है। ऐसे में कैदी सहित पुलिस की फजीहत हुई। हिमाचल प्रदेश से आई पुलिस नाराज भी दिखी और पेशी के वैगर कैदी को वापस लेकर चली गई। मंगलवार को फिर हिमाचल से उस कैदी को पेशी के लिए लाया जाएगा।
राज्य सरकार 30 अप्रैल को छुट्टी रखेगी या नहीं इसपर असमंजस की स्थिति बनी हुई थी। कुछ दिन पहले सरकार ने 30 अप्रैल को छुट्टी घोषित कर दी। उधर सीजीएम कोर्ट ने एक मुल्जिम को 30 अप्रैल को पेशी की डेट तय कर दी। कोर्ट को पहले से ये पता नहीं था कि 30 को छुट्टी है। ऐसे में हिमाचल प्रदेश की पुलिस एक मुल्जिम को दून कोर्ट में पेशी कराने के लिए सोमवार को पहुँची। पहले पुलिस मुल्जिम को इधर से उधर लेकर कोर्ट परिसर में भटकती रही। बाद में पता चला कि आज कोर्ट की छुट्टी है, पेशी नहीं हो सकती है। जिसके बाद पुलिस नाराज दिखी। पुलिस वालों का कहना था कि अब 100 किलोमीटर से ज्यादा दूर फिर वापस लौटने के साथ मंगलवार को फिर आना पड़ेगा। ठीक इसी प्रकार सुधोवाला जेल से भी पुलिस कुछ कैदियों को पेशी के लिए कोर्ट पहुँची। जिसे वापस लौटना पड़ा।