पहले भारत दुनिया के पीछे था, आज दुनिया भारत के पीछे:धामी
लक्सर। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पीएम मोदी ने 10 साल में नया हिन्दुस्तान बनाने का काम किया है। 2014 से पहले भारत दुनिया के पीछे चलता था। लेकिन आज पूरा विश्व भारत के पीछे चल रहा है। दावा किया कि वैश्विक मुद्दों पर अब विकसित देश भी भारत का रुख देखने के बाद ही कदम उठा रहे हैं।
लक्सर के लाभार्थी सम्मान समारोह में पहुंचे सीएम धामी के संबोधन का ज्यादातर हिस्सा पीएम मोदी और मोदी सरकार की तारीफ के नाम रहा। उन्होंने कहा कि पहले मोदी सरकार ने देश में एक नई कार्य संस्कृति विकसित करने का काम किया है। पहले सरकार के प्रभावशाली लोगों और उनके चहेतों को ध्यान में रखकर नीतियां तैयार होती थी। अब देश और देशवासियों की जरूरत के मुताबिक नीति तय हो रही हैं। भावी पीढ़ी का भविष्य बेहतर बनाने के लिए देश में नई आईआईटी, आईआईएम, विश्वविद्यालय, कॉलेज, स्कूल व तकनीकी संस्थान खोले जा रहे हैं। गरीब, किसान, महिला और युवा कल्याण के लिए योजनाएं बनाने के साथ ही यह भी तय किया जा रहा है कि उनका शत प्रतिशत लाभ हर पात्र व्यक्ति तक पहुंचे। कहा कि उत्तराखंड समान नागरिक संहिता अध्यादेश पारित करने वाला देश का पहला राज्य है। यहां का धर्मांतरण निषेध कानून व नकल विरोधी कानून भी दूसरे प्रदेशों के लिए मिसाल बना है। इसके बाद उन्होंने लक्सर, खानपुर, बहादराबाद, रानीपुर व ज्वालापुर क्षेत्र के लिए कुल 68.82 करोड़ के बजट की 43 विकास योजनाओं का शिलान्यास किया। सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, महेंद्र भट्ट, मदन कौशिक, स्वामी यतीश्वरानंद, संजय गुप्ता, कुलदीप गुप्ता, सुरेश राठौर, डॉ. जयपाल सिंह, डॉ. हर्ष कुमार दौलत भी उनके साथ मंच पर मौजूद रहे।
महिलाओं ने बताई आय प्रमाणपत्र की दिक्कत
सीएम धामी ने सबसे महले महिला लाभाथिर्यों से मिलकर उनका आशीर्वाद लिया। इस दौरान बुजुर्ग राजवती, महेंद्री, कला देवी ने उन्हें बताया कि योजनाओं में आय प्रमाणपत्र लगाना पड़ता है। इसमें जितनी अधिकतम आय चाहिए, लेखपाल उतनी आय का प्रमाणपत्र बनाते ही नहीं हैं। इससे उन्हें इनका लाभ लेने में दिक्कत होती है। इस पर सीएम ने तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
इन योजनाओं के लाभार्थियों का किया सम्मान
वृद्धा, विधवा और दिव्यांग पेंशन, प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना, उज्जवला योजना, निशुल्क खाद्यान्न योजना, अटल आयुष्मान योजना, गौरा देवी कन्या योजना, स्वरोगार योजना, सौभाग्यवती योजना, गरीब कन्या विवाह अनुदान योजना, लखपति दीदी योजना, राष्ट्रीय आजीविका मिशन, महालक्ष्मी योजना, कुक्कुट पालन योजना।