कैंट बोर्ड की लापरवाही से दो दिन में दो पशुओं की मौत
देहरादून। जन केसरी
छावनी परिषद गढ़ी की लापरवाही से दो दिनों में दो पशुओं की मौत हो गई। पशुओं की मौत की सूचना के बाद कैंट बोर्ड ने आनन फानन में इन दोनों पशुओं को ठीकाना लगवा दिया है। ताकि पशु प्रेमियों को इसके बारे में पता नहीं चल सके। स्थानीय लोगों ने बताया कि डाकरा बाजार में दो दिन में बिजली के करंट से दो पशुओं की मौत हो गई है। उन्होंने कहा कि बिजली विभाग के साथ ही कैंट बोर्ड की लापरवाही से इनकी मौत हुई है। उन्होंने कहा कि लावारिस पशुओं को रखने के लिए कैंट बोर्ड के पास कोई उचित व्यवस्था नहीं है। जिसके चलते आये दिन इस तरह की घटनाएं होती है।
मिली जानकारी के अनुसार बुधवार सुबह डाकरा बाजार तीन कुंआ से किसी ने कैंट बोर्ड को सूचना दी कि क्षेत्र में करंट लगने से एक सांड की मौत हो गई है। इसके बाद कैंट बोर्ड के कर्मचारी मौके पर गए और मृत सांड को वहां से बाहर निकाला। फिर अगले दिन गुरुवार सुबह कैंट बोर्ड के पास किसी ने फोन कर ये सूचना दी कि शनि मंदिर के पास करंट लगने से एक गाय की मौत हो गई है। इस सूचना के बाद कर्मचारियों में भी हड़कंप मच गया। आनन फानन में कर्मचारी मौके पर गए और मृत गाय को ठिकाना लगाया। इधर, पशु क्रूरता निवारण समिति देहरादून के सदस्य कुनाल ग्रोवर ने कहा कि ये मामला गंभीर है। इस प्रकरण में सीधे सीधे बिजली विभाग और कैंट बोर्ड की लापवारही है। डीएम को संज्ञान में डालते हुए इस मामले में सख्ती कार्रवाई की मांग की जा रही है। ग्रोवर ने कहा कि नगर निगम के तर्ज पर कैंट बोर्ड को भी लावारिस पशुओं के रखने के लिए व्यवस्था करनी चाहिए। ताकि लावारिस पशुओं की इस तरह से मौत ना हो और इन पशुओं की वजह से कोई दुर्घटना भी ना हो। उन्होंने कहा कि जिसकी भी लापरवाही है उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज होनी चाहिए। कैंट बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने बताया कि इससे पहले भी इस तरह की घटना हो चुकी है। उचित व्यवस्था होनी चाहिए। ताकि कोई घटना ना हो। इस मामले में कैंट बोर्ड के कर्मचारी चुप्पी साधे हुए हैं।