कैंट बोर्ड: वाहबाही के चक्कर में गलती कर बैठे
देहरादून। जन केसरी
लो जी साबह को क्षेत्र का दौरा भी करा दिया। लेकिन एरिया कहां से शुरू होती है और खत्म कहां ये पता ही नहीं है। वाहवाही लूटने के चक्कर में बेइज्जती करा बैठे। गुरुवार को कैंट बोर्ड की सीईओ तनु जैन सुबह साढ़े नौ से दस बजे के करीब प्रेमनगर क्षेत्र का दौरा करने निकली। साथ में चेयरमैन बिग्रेडियर अनिर्बन दत्ता भी दूसरी गाड़ी में मौजूद रहे। सीईओ ने चेयरमैन को दशहरा ग्राउंड, ट्रेचिंग ग्राउंड, अमिताभ टैक्साइल, केहरी गांव प्रतिबंधित क्षेत्र और जहां हॉस्टल सील हुए हैं आदि क्षेत्रों का दौरा कराया। उन्होंने विकासकार्यों से भी चेयरमैन को अवगत कराया।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जब टीम केहरी गांव पहुंची जहां कई हॉस्टल सील हुए हैं इस दौरान चेयरमैन ने सीईओ से ये पूछा कि हमारा एरिया कहां से शुरू होता है। बॉर्डर के पिलर कहां लगे हुए हैं। इसका जबाव ना सीईओ ने ठीक से दिया और ना ही मौके पर मौजूद जेई ने। जबकि सीईओ तनु जैन के समय सेंट्रल कमांड लखनऊ से पहुंची एक दर्जन से अधिक कार्मियों की टीम ने कैंट बोर्ड व राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ किए संयुक्त सर्वेक्षण के बाद केहरी गांव को कैंट बोर्ड केअधीन पर मुहर लगा दी थी। इसके बाद यहां पिलर लगाने के निर्देश हुए थे। ताकि एरिया का पता चल सके। कैंट बोर्ड को जब अपने एरिया के ही बारे में पता नहीं है तो वे अवैध निर्माण पर सख्ती कैसे करेंगे। इधर, चेयरमैन बिग्रेडियर अनिर्बन दत्ता ने कहा कि वे रूटीन विजिट पर इन क्षेत्रों का दौरा किया। कुछ जगहों पर अनियमितताएं दिखी। सीईओ इसकी रिपोर्ट देंगी।
अचानक से क्षेत्र दौरे के कई मायने
अचानक से प्रेमनगर क्षेत्र दौरे के कई मायने लगाये जा रहे हैं। टीम अमिताभ टैक्सटाइल भी पहुंची। जो लंबे समय से विवादों में है। लैंड यूज को लेकर ये मामला कोर्ट में भी शायद चल रहा है। केहरी गांव में जाना भी चर्चा का विषय बना हुआ है। क्योंकि जब टीम इस क्षेत्र में पहुंची तो एक दर्जन से अधिक घरों में अवैध निर्माण का कार्य चल रहा था। टीम ने उसी समय निर्माण समाग्री जब्त कराये।