कैंट बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष पर लगे गंभीर आरोप, सवालों में घिरे

दून। जनकेसरी
कैंट बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष विष्णु प्रसाद गुप्ता पर उनके ही क्षेत्र के लोगों ने गंभीर आरोप लगाये हैं। क्षेत्रवासियों का आरोप है कि गुप्ता ने श्रम विभाग के महत्वपूर्ण कल्याणकारी योजना का दुरुप्रयोग किया है। आरोप है कि गुप्ता ने बड़ी संख्या में मजदूरों व श्रमिकों को बांटने के लिए श्रम विभाग से साइकिल ली। साइकिल लेने के बाद इनको डंप कर दिया गया। जिसके चलते इसमें जंग लग गई। 22 फरवरी की शाम एक लोडर से बड़ी संख्या में इन साइकिलों को एक स्थान से दूसरी जगह ठिकाने लगाने के लिए ले जाया जा रहा था। इस दौरान क्षेत्रवासियों ने गाड़ी की फोटो खींच ली और सोशल मीडिया पर वायरल कर दी। क्षेत्रवासियों ने कहा कि इस पूरे प्रकरण की जांच होनी चाहिए। आखिर इन साइकिलों को कहां ठिकाने लगाने की तैयारी चल रही है। क्षेत्रवासी राजेश खत्री, नरेंद्र क्षेत्री, राजकुमार कनौजिया, महेंद्र सिंह, दीपक, राजेश खंडवाल आदि ने ये आरोप लगाये हैं। इन्होंने कहा कि ये सभी साइकिलें श्रम विभाग की है। इसकी जांच होनी चाहिए। आखिर ये साइकिलें कहां पर ठिकाने लगाई जा रही है। इन्होंने कहा कि गुप्ता की गाड़ी पर ये साइकिलें मंगलवार शाम गढ़ी कैंट से होते हुए कहीं भेजी गई है। जिसका उनके पास सीसीटीवी फुटेज में रिकॉर्ड भी है। इधर, कैंट बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष विष्णु प्रसाद गुप्ता ने कहा कि आरोप बेबुनियाद है। जो साइकिलें मिली थी हमने सभी बांट दी है। हो सकता है कि पुरानी फोटो कोई जानबुझकर वायरल कर रहा है। हालांकि जन केसरी इस फोटो की वास्तविकता की पुष्टि नहीं करता है।।