पति की शहादतः पत्नी ने पहनी फौजी वर्दी
देहरादून। जन केसरी
पिछले साल 12 अप्रैल को मणिपुर में उग्रवादियों से लोहा लेते हुए हरियाणा के झज्जर निवासी मेजर अमित देशवाल शहीद हो गए थे। लेकिन पति की शहादत के बाद पत्नी नीता देशवाल टूटी नहीं, बल्कि उनसे हौंसला जुटाते हुए खुद सेना में भर्ती होने की ठान ली। नीता इस समय ओटीए चेन्नई में टेनिंग ले रही है। नीता कहती हैं कि आर्मी से दूर होने के बारे में वे कभी सोच भी नहीं सकती।
देहरादून अलंकरण समारोह में आई नीता देशवाल ने अपनी जीवन एवं वीरता की कहानी बताई तो सभागार में मौजूद सभी जवान व अन्य लोग इस पल को गौरवपूर्ण महसूस करने लगे। 12 अप्रैल 2016 को मणिपुर में उग्रवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद हुए अमित देसवाल की पत्नी नीता बीते साल शॉर्ट सर्विस कमीशन ऑफिसर सिलेक्ट हुई है। मूल रूप से देहरादून की रहने वाली नीता अप्रैल 2017 में ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी चेन्नई में ज्वाइन करने के बाद वहां प्रशिक्षण ले रही हैं। अमित की शहादत के बाद हरियाणा सरकार ने नीता तो सरकारी नौकरी का प्रस्ताव दिया, लेकिन अब तक नीता पति की हरी वर्दी दिलो दिमाग में रचा बसी थी। इसलिए नीता ने एसएससी की तैयारी शुरू कर दी। आखिरकार नवंबर 2016 में आर्मी सेलेक्शन सेंटर भोपाल द्वारा उन्हें सेना के शॉर्ट सर्विस कमीशन के लिए चुन लिया गया। यह पोस्ट नीता को आर्मीमैन की विधवा महिलाओं के लिए आरक्षित कोटे के तहत मिली। नीता ने कहा कि मेरे पति मेरे हीरो थे। उनके लिए आर्मी सबकुछ थी। आर्मी के साथ जुड़कर मुझे हर पल अपने पति के साथ होने का अहसास होगा। मैं आर्मी से दूर होने के बारे में सोच भी नहीं सकती।