
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने पिछले सप्ताह एक संवाददाता सम्मेलन में अल्पसंख्यकों की आबादी, परिवार नियोजन, आबादी से उपजी परेशानियों के बारे में बातें कीं. बयान का निचोड़ है-
- ‘जनसंख्या विस्फोट’ को रोकने के लिए आप्रवासी मुसलमानों को परिवार नियोजन के तरीक़े अपनाने चाहिए. छोटे परिवार कैसे हों, इस पर काम हो.
- जनसंख्या विस्फोट जारी रहा तो एक दिन कामाख्या मंदिर की ज़मीन पर भी क़ब्ज़ा कर लिया जाएगा.
- हम अल्पसंख्यक मुस्लिम समुदाय के साथ मिलकर जनसंख्या विस्फोट को नियंत्रित करने के लिए काम करना चाहते हैं.
- जनसंख्या विस्फोट ग़रीबी और अतिक्रमण जैसी सामाजिक बुराइयों की जड़ है.
- इस मुद्दे पर बदरुद्दीन अजमल की पार्टी एआईयूडीएफ़ और ऑल असम माइनॉरिटी स्टूडेंट्स यूनियन (एएएमएसयू) के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं.