सेना के वैलीब्रिज से भारी वाहनों की आवाजाही भी शुरू
देहरादून। सेना के द्वारा घट्टीखोला मार्ग पर बनाये गए वैलीब्रिज से भारी वाहनों की आवाजाही भी शुरू कर दी गई है। इधर, 111 अभियंता दल मुख्यालय छह पर्वतीय खंड के द्वारा रिकॉर्ड समय में वैलीब्रिज बनाने पर उत्तराखंड सब एरिया के जीओसी मेजर जनरल भास्कर कलिता ने बधाई दी। उन्होंने कहा कि ये काम सिर्फ सेना के जवान ही कर सकते हैं।
गौरतलब है कि 28 दिसंबर को बीरपुर पुल टूटने से हुई दो लोगों की मौत के बाद 20 से ज्यादा गांवों का बाजार से सीधा संपर्क टूट गया था। ऐसे में लोग सप्लाई बाणगंगा वैकल्पिक मार्ग का इस्तेमाल कर रहे थे। हालांकि एक जनवरी को भारी वाहनों के दबाव के चलते घट्टीखोला के पास का पुल भी क्षतिग्रस्त हो गया। ऐसे में सेना ने सुरक्षा को देखते हुए आवाजाही बंद कर दी। इसके बाद से लोग दूर-दराज का वैकल्पिक मार्ग का इस्तेमाल करने लगे। इधर, सेना के जवानों को भी परेशानियां शुरू हो गई थी। क्योंकि दोनों पुल टूट जाने के बाद इनके भी वाहन पुल पार नहीं जा पा रहे थे। बच्चों को स्कूल ले जाने वाली बसें पिछले कई दिनों से खड़ी रही। इसी समस्या को देखते हुए सेना ने घट्टीखोला के पास बैलीब्रिज बनाने का निर्णय लिया। रक्षा मंत्रालय से मिली अनुमति के बाद 111 अभियंता दल के जवानों ने मात्र पांच दिन में पुल तैयार कर दिया। मंगलवार को पुल का शुभारंभ हुआ। जबकि बुधवार से भारी वाहनों की आवाजाही शुरू कर दी गई। इधर, मुख्य अतिथि ने वैलीब्रिज बनाने वाले अफसर मेजर दीपक कुमार सिंह एवं कैप्टन विपुल राज को शुभकामनाएं दी।