स्वास्थ्य

अगर डायबिटीज में खाना चाहते हैं चावल तो अपनाएं ये टिप्स

भारत के अधिकतर हिस्सों में चावल एक लोकप्रिय और अधिकतर सेवन किया जाने वाला अनाज है। लेकिन मधुमेह (डायबिटीज) में चावल खाना स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है। क्योंकि भारत में अधिकतर सफेद चावल का सेवन किया जाता है, जो कि ब्लड शुगर के स्तर को अचानक बढ़ा देता है। जिसकी वजह से मधुमेह की समस्या गंभीर बन सकती है। लेकिन अगर आप मधुमेह में भी चावल का सेवन करना चाहते हैं तो इसके लिए कुछ टिप्स अपना सकते हैं। जिससे सफेद चावल का मधुमेह के रोगियों पर काफी हद तक कम दुष्प्रभाव पड़ता है।
पोषकविदों के अनुसार अगर आप मधुमेह की बीमारी में भी सफेद चावन खाना चाहते हैं, तो इसकी सीमित मात्रा का ही सेवन करें और सुनिश्चित करें कि हफ्ते में एक से ज्यादा बार ना खायें।

मधुमेह के रोगियों के लिए सफेद चावल की जगह ब्राउन राइस का सेवन करना सुरक्षित रहता है। क्योंकि इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है जो ब्लड शुगर को नहीं बढ़ाता।
ब्राउन राइस मैग्नीशियम, विटामिन बी6, सेलेनियम, फोस्फोरस, थियामीन, नियासिन, मैंगनीज और फाइबर जैसे पोषक तत्वों का अच्छा स्त्रोत है।
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सफेद चावल का सेवन करते हुए ध्यान रखें कि यह गाजर, फली, मटर, सोयाबीन, प्याज, जीरा जैसे पोषक चीजों के मिश्रण से मिलकर बना हो। क्योंकि इससे इसके दुष्प्रभाव कम होने के साथ पोषणयुक्त भी बनाया जा सकता है।
मधुमेह रोगियों का आहार कैसा होना चाहिए
पोषणविदों के अनुसार मधुमेह के रोगी को संतुलित आहार सही समय पर खाना चाहिए। जिसमें प्रोटीन, कॉम्पलैक्स कार्ब्स, विटामिन, मिनरल और जरूरी फैट्स होने चाहिए। इसलिए अपने आहार में मशरूम, मूंग की दाल, दूध, टोफू, चिकन, मछली और अंडों को शामिल करना चाहिए। इसके साथ ही बादाम, अखरोट और फ्लैक्स सीड्स का सेवन भी करना चाहिए।
फोर्टिस अस्पताल की चीफ डायटीशियन डॉ रिंकी कुमारी ने कहा कि, मधुमेह के रोगियों के लिए ओटमील, शकरगंद, ब्राउन राइस, मीलेट्स का सेवन करना फायदेमंद होता है। साथ ही उन्हें पालक, पत्ता गोभी, ब्रोकली आदि का सेवन भी करना चाहिए।

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