उत्तराखंड बाढ़ में खोई पत्नी को 19 महीने बाद ढूंढ निकाला
मुंबई। बायोपिक फ़िल्मों से बॉलीवुड का रिश्ता गहरा होता जा रहा है। अच्छी बात ये है कि अब बायोपिक फ़िल्मों का हीरो आम आदमी होने लगा है। ऐसी ही कहानी प्रोड्यूसर सिद्धार्थ रॉय कपूर लेकर आने वाले हैं। ख़बरों के मुताबिक़, सिद्धार्थ 2013 में उत्तराखंड में आये सैलाब की पृष्ठभूमि पर एक फ़िल्म बना रहे हैं, जिसमें राजस्थान के एक शख़्स विजेंद्र सिंह राठौड़ के हीरोइज़्म को दिखाया जाएगा।
45 साल के विजेंद्र अलवर में रहने वाले साधारण पारिवारिक शख़्स हैं, जो 2013 में चार धाम यात्रा के लिए निकले थे। उनकी बस जब उत्तराखंड पहुंची तो बाढ़ में फंस गयी। विजेंद्र की पत्नी लीला साथ में थीं, जो इस दैवीय आपदा के दौरान बिछड़ गयीं। काफ़ी खोजबीन के बाद जब लीला नहीं मिलीं, तो अथॉरिटीज़ ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सबने उम्मीदें छोड़ दीं, मगर विजेंद्र ने ना उम्मीद छोड़ी और ना हौसला। सब छोड़-छाड़कर पत्नी की खोज में निकल पड़े। डेढ़ साल तक विजेंद्र ने पत्नी की तलाश में लगभग 1000 गावों छान मारे।
इस दौरान उन्हें कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ा। कभी सड़क पर सोये, तो कभी भूखे रहे। सरकार ने मुआवज़ा देने की कोशिश की, मगर विजेंद्र ने इंकार कर दिया। वो मानने को तैयार ना थे कि पत्नी नहीं रहीं। क़िस्मत और क़ुदरत, दोनों से विजेंद्र ने जूझने की ठान ली थी। पत्नी की खोज और पांच बच्चों की परवरिश के लिए पुश्तैनी ज़मीन तक बेच दी। आख़िरकार तक़रीबन 19 महीने बाद विजेंद्र का विश्वा जीता और उन्होंने पत्नी को खोज ही लिया।
ख़बरों की मानें तो सिद्धार्थ इस कहानी से इतने प्रभावित हो गये हैं कि विजेंद्र से फ़िल्म बनाने के लिए राइट्स ख़रीद लिये। फ़िल्म को पत्रकार से फ़िल्ममेकर बने विनोद कापड़ी डायरेक्ट करने वाले हैं। अब सवाल ये है कि इस ज़बर्दस्त स्कोप वाले रोल के लिये किस एक्टर को चुना जाए?
वैसे आमिर ख़ान से बेहतर एक्टर शायद ही मिले, जिनके साथ सिद्धार्थ ‘दंगल’ जैसी बायोपिक बना चुके हैं और एस्ट्रोनॉट राकेश शर्मा की बायोपिक बना रहे हैं, जिसमें आमिर ही राकेश शर्मा का रोल निभाएंगे।