राहु काल का डर,उम्मीदवारों को सता रहा है
रोजाना ज्योतिषाचार्य की मदद से राहुकाल की अवधि पूछकर ही घर से प्रचार के लिए उम्मीदवार चुनावी मैदान में जाते हैं। साथ ही कुछ उम्मीदवारों ने राहु काल की अवधि में घर पर पूजा-अर्चना भी शुरू कर दी हैं।
दरअसल, ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहुकाल के दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता। साथ ही निगम चुनाव में अपने प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार के नामांकन पत्र रद होने से भी उम्मीदवारों के मन में राहु काल को लेकर ज्यादा डर है।
निगम चुनाव लड़ रहे एक उम्मीदवार के मुताबिक वे और उनके प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार को विख्यात ज्योतिषाचार्य ने राहु काल के दौरान नामांकन पत्र दाखिल करने से मना किया था। लेकिन फिर भी उन्होंने राहु काल के दौरान अपना पर्चा दाखिल किया जो कि अब रद हो चुका है।
इस घटनाक्रम को देखते हुए मैंने भी प्रचार में और सावधानी बरतनी शुरू कर दी है। इसके अलावा ज्यादातर गतिविधियां ज्योतिषाचार्य से पूछकर ही कर रहे हैं।
एक ज्योतिषाचार्य के मुताबिक बड़ी तादात में उम्मीदवार चुनाव में अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए सलाह लेने के लिए आ रहे हैं। मेरी उनको सलाह रहती है कि राहु काल की अवधि के दौरान कोई भी प्रचार से जुड़ा कार्य न करें। इस दौरान खुद को पूजा-अर्चना में व्यस्त रखें।