कैंट बोर्ड ऑफिस में फिर से सीबीआई ने दी दस्तक, ये थी वजह
कैंट बोर्ड के कार्यालय अधीक्षक और बाबू को सीबीआई ने जेल भेजा

देहरादून।जन केसरी
सीबीआई की टीम सोमवार को फिर से कैंट बोर्ड कार्यालय में अचानक से दस्तक दी। इस दौरान कार्यालय परिसर में सन्नाटा पसरा हुआ था। टीम में शामिल कुछ सदस्यों ने कैंट बोर्ड के सीईओ अभिनव सिंह से बातचीत की। वे जबतक कार्यालय में मौजूद रहे यहां के कर्मचारियों में हड़कंप मचा रहा। इधर, 25 हजार रुपये घूस लेते ट्रैप हुए गढ़ी (देहरादून) कैंट बोर्ड के कार्यालय आधीक्षक शैलेंद्र शर्मा और टैक्स बाबू रमन अग्रवाल की सोमवार को तीन दिन रिमांड अवधि पूरी हो गई। सीबीआई ने दोनों को सोमवार को कोर्ट में पेश किया। सीबीआई के शासकीय अधिवक्ता अभिषेक अरोड़ा ने बताया कि दोनों आरोपियों को कोर्ट से 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।

जानकारी के अनुसार वेद गुप्ता निवासी स्मिथ नगर प्रेमनगर की शिकायत पर दोनों आरोपियों को सीबीआई ने बीते गुरुवार को 25 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए ट्रैप किया था। वेद ने वर्ष 1998 में आईएमए गेट संख्या सात के सामने जमीन खरीदी। इसका रिकार्ड उनके और उनकी पत्नी के नाम चढ़ाने के एवज में दोनों ने पचास हजार रुपये मांगे। बाद में 25 हजार रुपये में डील फाइनल हुई। गुरुवार को वेद रिश्वत देने पहुंचे तो सीबीआई ने शैलेंद्र शर्मा और रमन अग्रवाल को रंगेहाथ दबोच लिया था। सूत्रों की माने तो दोनों की कुछ संपत्तियों की जानकारी सीबीआई को मिली हैं। इसके अलावा कैंट अस्पताल प्रकरण व मोबाइल टॉवर में भी कुछ कागजात सीबीआई को हाथ लगे हैं। सोमवार को करीब एक घंटे तक सीबीआई की टीम कैंट कार्यालय में मौजूद रही और जांच पड़ताल में जुटी रही।

जानकारी के अनुसार दोनों आरोपियों की रिमांड खत्म के बाद सोमवार को सीबीआई की टीम ने दोनों का प्राथमिक चेकअप प्रेमनगर के सरकारी अस्पताल में करवाया। इसके बाद दोनों को जेल भेजा गया।