पाकिस्तान से 2023 तक सीरीज नहीं खेलेगा भारत
नई दिल्ली । पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) ने 2014 में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे, जिसके तहत दोनों देशों को 2015-2023 के बीच छह द्विपक्षीय सीरीज खेलनी थीं। लेकिन भारतीय बोर्ड ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) की लंदन में हुई पिछली बैठक में बने वर्किंग डॉक्यूमेंट में यह साफ कर दिया है कि वह 2023 तक पाकिस्तान के खिलाफ कोई भी सीरीज नहीं खेलेगा।
बीसीसीआइ के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि चैंपियंस ट्रॉफी के बाद लंदन में हुई आइसीसी की बैठक में सभी देशों को 2020-23 तक का भविष्य दौरा कार्यक्रम (एफटीपी) बताना था। आइसीसी की तरफ से कहा जा रहा था कि चार साल (2020-23) में हर देश कम से कम हर देश के खिलाफ एक सीरीज जरूर खेले। 2019 तक का एफटीपी पहले से तय है। अगर ऐसा होता तो हमें पाकिस्तान के खिलाफ भी खेलना पड़ता। बीसीसीआइ ने इसका विरोध करते हुए कहा कि हर टीम को चार साल में कम से कम छह टीमों के खिलाफ जरूर खेलना चाहिए इससे पाकिस्तान से खेलने की बाध्यता खत्म हो जाती। पीसीबी चाहता था कि वर्किंग डॉक्यूमेंट में भारत, पाकिस्तान के खिलाफ सीरीज खेलने का भी कार्यक्रम रखे, लेकिन हमने साफ किया कि अभी दोनों देशों के बीच परिस्थितियां ऐसी नहीं हैं। अगर आने वाले समय में सरकार से अनुमति मिलती है तो हम जरूर द्विपक्षीय सीरीज खेलने का प्रयास करेंगे। इसके साथ ही आइसीसी वल्र्ड टेस्ट लीग कराना चाहता है और बीसीसीआइ भी इसका पक्षधर है। हालांकि कई देश इसका विरोध भी कर रहे हैं। अगर हम पाकिस्तान से कोई सीरीज प्रस्तावित कर लें और बाद में वह नहीं हो पाए तो हमारी रैंकिंग भी नीचे जा सकती है। ऐसे में हम टेस्ट लीग में नहीं खेल पाएंगे। इस साल ही भारत को पाकिस्तान से दस मैच खेलने थे, लेकिन अब हमें इसको भरने के लिए न्यूजीलैंड के खिलाफ अलग से सीरीज आयोजित करनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि 21-22 अगस्त को दुबई में आइसीसी की कार्यक्रम कार्यशाला है जिसमें इस पर दोबारा चर्चा होगी। हालांकि बीसीसीआइ के रुख में परिवर्तन होने की संभावना कम ही है। 2020-23 के लिए बने वर्किंग डॉक्यूमेंट में यह भी कहा गया है कि भारत हर साल अक्टूबर, नवंबर, फरवरी और मार्च में घरेलू सीरीज खेलेगा। बाकी समय टीम विदेश दौरा करने के साथ आइसीसी टूर्नामेंट खेलेगी। आइपीएल के दौरान भारतीय टीम कोई सीरीज नहीं खेलेगी। दिसंबर-जनवरी में भी कुछ मैच घरेलू सरजमीं पर खेले जा सकते हैं, लेकिन कोहरे और ओस के कारण ऐसा कम ही होगा।