गुजरात में बाढ़ का कहर, 72 की मौत
नई दिल्ली । झमाझम बारिश के चलते पहाड़ों से मैदानों तक कई राज्यों में हालात बदतर हो गए हैं। गुजरात, राजस्थान, असम, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में सोमवार को जमकर बारिश हुई। इन राज्यों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात में आई बाढ़ का हवाई सर्वेक्षण करेंगे।
मौसम विभाग ने मंगलवार तक बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना बताई है। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने ट्वीट कर बताया, ‘सरकार बाढ़ पीढ़ितों की मदद के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। बनासकाठा जिले में एनडीआरएफ की 12 और एक टुकड़ी तैनात कर दी गई है।’
गुजरात के सौराष्ट्र व दक्षिणी इलाकों में बाढ़ के हालात के बीच पश्चिमी राजस्थान में हुई जोरदार बरसात से उत्तरी गुजरात में हालात बेकाबू हो गए हैं। राज्य में अब तक 72 लोगों की मौत हो चुकी है। 12 इंच बारिश व रेल नदी के उफान से डीसा व धानेरा में सैकडों लोग व पशु फंस गए हैं। बीएसएफ, सेना, वायु सेना व एनडीआरएफ राहत व बचाव कार्य में जुटे हैं। करीब 2200 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने आपातकालीन बैठक बुलाई है।
राजस्थान के सिरोही, जालौर और पाली जिलों में बाढ़ के हालात बन गए हैं। अन्य दस जिलों में तेज बारिश से लोगों का जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया। माउंट आबू में अब तक की सबसे अधिक 800 मिलीमीटर बारिश हुई है। माउंट आबू का अन्य क्षेत्रों से संपर्क कट गया। जालौर, सिरोही, पाली जिलों से होकर गुजरने वाले राष्टï्रीय राजमार्ग भी लगभग बंद हो गए। उदयपुर के छाणी गांव के पास बरसाती नदी में एक जीप बहने से मां और बेटे की मौत हो गई। जोधपुर में भी सोमवार सुबह एक बच्चा बरसाती नाले में बह गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हालात की जानकारी ली है। स्कूलों की छुट्टियां कर दी गई हैं।
पश्चिमी बंगाल में लगातार बारिश से नदियों का जलस्तर बढऩे से वीरभूम के करीब 17 गांवों में पानी घुस गया है। कई अन्य नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। बारिश के चलते उत्तराखंड में चार धाम यात्रा के बंद होने और फिर शुरू होने का सिलसिला जारी रहा। जम्मू-कश्मीर में श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने आद्कुंवारी से भवन तक नए मार्ग से यात्रा बंद कर दी गई है। हमाचल में भूस्खलन से कई मार्ग बाधित हैं। मंडी जिले के जोगेंद्रनगर के पेटूनाला में बाढ़ आने से यहां बना अस्थायी पुल बह गया। इससे 10 गांवों का संपर्क टूट गया है। ओडिशा और झारखंड में भारी बारिश की संभावना है। वैतरणी, स्वर्णरेखा, खरकई, बुढ़ा बलंग एवं ब्राह्मणी आदि नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है। उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल के जिलों में चार दिनों से हो रही बारिश से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया।