राष्ट्रीय
रक्षाबंधन पर महिलाओं को बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधाः योगी
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रक्षाबंधन पर्व के मौके पर छह अगस्त की मध्यरात्रि से सात अगस्त की मध्यरात्रि तक महिलाओं के लिए परिवहन निगम की बसों में मुफ्त यात्रा की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने यहां अपने सरकारी आवास पर परिवहन विभाग और उत्तर प्रदेश सड़क परिवहन निगम की अनेक जनोपयोगी परियोजनाओं के लोकार्पण व शिलान्यास समारोह को सम्बोधित करते हुए छह अगस्त, 2017 की मध्य रात्रि से सात अगस्त, 2017 की मध्य रात्रि तक रक्षाबन्धन पर्व पर महिलाओं के लिए परिवहन निगम की बसों में मुफ्त यात्रा की घोषणा की।
साथ ही बरेली एवं कानपुर नगर में आटोमेटिक ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक, वाराणसी, इलाहाबाद, मेरठ एवं गाजियाबाद में सारथी भवन, परिवहन निगम के सात बस स्टेशनों- बिजनौर, बेवर, महोबा, शाहजहांपुर, करहल (मैनपुरी), भोगांव (मैनपुरी), महमूदाबाद (सीतापुर) का लोकार्पण किया। सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि योगी ने परिवहन निगम के तीन बस स्टेशनों-हसनपुर (अमरोहा), भैसाली (मेरठ), मोदीनगर (गाजियाबाद) का शिलान्यास करने के साथ-साथ गाजियाबाद, मुरादाबाद, वाराणसी, इलाहाबाद, आगरा, मथुरा, हरदोई, आजमगढ़, इटावा व रामपुर में शुद्ध पेयजल के लिए वाटर एटीएम एवं 66 जिला मुख्यालय के 75 बस स्टेशनों में यात्रियों के मनोरंजन व उपयोग हेतु फ्री वाईफाई सुविधा का शुभारम्भ किया।
प्रवक्ता के मुताबिक योगी ने कहा कि परिवहन विभाग और निगम के सामने आज यह चुनौती है कि वह आत्मनिर्भर बनने के साथ-साथ यात्रियों की सुरक्षित यात्रा का बेहतरीन साधन बने। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों और अधिकारियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान किये जाने के साथ-साथ यह भी जरूरी है कि परिवहन निगम लाभकारी बने। सामाजिक प्रतिबद्धताओं के मद्देनजर यात्रियों को बेहतर सुविधा व सुरक्षित यात्रा की गारण्टी देना परिवहन विभाग व निगम का कर्तव्य होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि परिवहन विभाग पिछले चार महीनों के कार्यकाल में सुधार की दिशा में तेजी से आगे बढ़ा है। उन्होंने कहा कि यह विभाग रुग्ण हो चुका था और यह आशंका थी कि इसका निजीकरण हो जाएगा किन्तु इस विभाग ने टीम भावना के साथ कार्य करते हुए और चुनौतियों से जूझते हुए तकनीक से जुड़ने का कार्य किया है। योगी ने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सत्ता में आने के बाद कौशल विकास पर विशेष ध्यान दिया। युवाओं को कौशल विकास से जोड़कर रोजगार प्रदान किया जा सकता है। उत्तर प्रदेश में प्रशिक्षित चालकों की आवश्यकता है। भविष्य में प्रत्येक मण्डल मुख्यालय पर एक ड्राइविंग स्कूल प्रारम्भ करके युवाओं को प्रशिक्षण और कौशल विकास से जोड़े जाने का प्रयास किया जाएगा।