दार्जिलिंग की महिला से कैंट कोतवाली क्षेत्र में बलात्कार, पुलिस ने पीड़िता को भगाया
एसएसपी के निर्देश को कैंट कोतवाली पुलिस दिखा रही हैं ठेंगा

देहरादून। रात दो बजे के करीब पड़ोसी युवक घर में घुसा। अंदर बाहर की लाइट ऑफ की और सीधे मेरे कमरे में घुस गया। इसके बाद उसे जगाते हुए उसका मुंह दबा दिया और शोर शराबा करने पर उसी समय जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद बलात्कार किया और फरार हो गया। सुबह होते ही उसी कपड़े में शिकायती पत्र लेकर पीड़िता कैंट कोतवाली पहुंची। जहां से पुलिस ने उसे भगा दिया। दूसरे दिन महिला फिर से कैंट कोतवाली गई तो शिकायती पत्र ले लिया गया लेकिन कोई रिसिविंग नहीं दी गई और ना ही कोई जांच पड़ताल शुरू की। उसके बाद से पीड़िता डिप्रेश्न के साथ बीमार चल रही है। आपबीती घटना दार्जिलिंग की रहने वाली एक महिला की है। जो पिछले कुछ सालों से अपना मकान खरीदकर कैंट कोतवाली क्षेत्र में रहती है। पति नशा मुक्ति केंद्र में है। एक साल का बच्चा था जिसकी बीमारी की वजह से कुछ माह पहले मौत हो गई थी। पीड़िता घर में अकेले ही रहती है।
ये घटना 12 मार्च देर रात की है। सरन नाम का पड़ोसी युवक महिला के घर में घुसकर उसके साथ बलात्कार किया। पीड़िता का आरोप है कि वह इस घटना के बाद अगले दिन सुबह कैंट कोतवाली शिकायत लेकर गई। लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। आरोप है कि महिला पुलिस ने उससे ही उल्टे सीधे सवाल करने के बाद भगा दिया। मोबाइल कैमरे के सामने पीड़िता से हुई बातचीत के दौरान वह पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाये। आरोप है कि पुलिस ने उसके ही चरित्र पर सवाल उठाते हुए ठीक से व्यवहार नहीं किया। इस घटना के बाद से पीड़ित महिला मानसिक तनाव में है। पुलिस से न्याय की गुहार लगा रही है। महिला का कहना है कि उसके साथ बलात्कार हुआ है। इसके बावजूद पुलिस उसकी मदद नहीं कर रही है। आरोप है कि आरोपी घटना के बाद घर से एक मोबाइल फोन और कुछ नगद रुपये लेकर फरार हो गया।
थाने में फिर महिला डेस्क का क्या काम
पुलिस उच्चाधिकारियों के निर्देश पर सभी पुलिस थानों में महिला डेस्क बनाया गया है। जहां महिलाओं की बात सुनी जाएगी। लेकिन यहां एक महिला दर दर भटक रही है। लेकिन उसकी बात कोई नहीं सुन रहा है। पीड़िता ने बताया कि वह एक दुकान में नौकरी करती है। आस पड़ोस की महिलाएं भी उसके समर्थन में नहीं है।
तो भविष्यवाणी करती है पुलिस
पीड़िता रो रोकर कह रही है कि उसके साथ बलात्कार हुआ है। इसकी जांच की जाए। इधर पुलिस ने बिना जांच पड़ताल किए बिना उसे भगा दिया। पीड़िता का आरोप है कि पुलिस ने उसके ही चरित्र पर सवाल उठाते हुए उसको ही गलत ठहराया और भगा दिया।
बयान::::
ऐसी कोई बात नहीं है। इस मामले को दिखवाता हूं। संपूर्णानंद गैरोला, इंस्पेक्टर कैंट