राष्ट्रीय

दो दिन में 30 गायों की मौत

दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग में भारतीय जनता पार्टी नेता हरीश वर्मा की शगुन गोशाला में दो दिन में 30 गायों की मौत हो गई है। इससे राज्य में हड़कंप मच गया है। जब कारणों की पड़ताल की गई, तब पता चला कि भाजपा नेता मृत गायों की खाल उतारकर मछलियों के चारे के रूप में डाल देता था। गायों की मौत का कारण कुपोषण व भुखमरी बताया गया है।

हरीश वर्मा जामुल नगर पालिका उपाध्यक्ष है। मालूम हो, इस गोशाला में बुधवार को पहली बार 15 गायों की मौत का मामला सामने आया था। संचालक जब मृत गायों को दफना रहा था, तभी ग्रामीणों को इसकी जानकारी लगी। इसके बाद गुरुवार को भी 12 गायों की मौत हो गई। शुक्रवार को जब गोसेवा आयोग अध्यक्ष बिसेसर पटेल गोशाला पहुंचे, तब तक तीन और गायों की मौत हो चुकी थी। इसके बाद 569 गायों को अन्य गोशाला में भेजने का आदेश दिया गया।

सात साल में 93 लाख अनुदान 
पटेल द्वारा पुलिस में की गई शिकायत के मुताबिक, शगुन गोशाला को गायों के पोषण व रखरखाव के लिए वर्ष 2010 से लेकर अब तक 93 लाख 63 हजार रुपए अनुदान दिया गया है। गोशाला संचालक ने उक्त राशि का दुरपयोग किया।

गायों की तस्करी का आरोप 
छत्तीसगढ़ छात्र संगठन ने वर्मा पर गायों की तस्करी करने, गाय की हड्डियों को टेलकम कंपनी (पाउडर) को बेचने का आरोप लगाया है। कुछ भाजपा नेताओं ने भी ग्रामीणों के हवाले से आरोप लगाया है कि हरीश मृत गायों की खाल उतारकर मछलियों के चारा के रूप में इस्तेमाल करने के लिए बेच देता था। वह गांव के निकट एक तालाब के किनारे मृत गायों को फेंक देता था।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button