न्यू ईयर और क्रिसमस सेलिब्रेशन का रंग पड़ सकता है फीका
नैनीताल। अब उत्तराखंड में भी नियम सख्त होने लगे हैं। न्यू ईयर और क्रिसमस से पहले ही प्रशासन और पुलिस ने मिलकर बड़ा निर्णय लिया है। अब सरोवर नगरी जाने वालों को झटका लग सकता है। दरअसल नैनीताल में प्रशासन ने नया नियम लागू किया और इस नियम के अनुसार दस बजे के बाद यहां गाने नहीं बजेंगे। शहर में क्रिसमस व नववर्ष की तैयारियों को लेकर सीओ सिटी ने पर्यटन कारोबारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कारोबारियों से यातायात प्लान का अनुपालन करने व पुलिस का सहयोग करने की अपील की। उन्होंने निर्देशित किया कि क्रिसमस अथवा थर्टी फर्स्ट के आयोजन पर होटलों में संगीत बजाने की अनुमति सक्षम अधिकारी से यथासमय ले लें। रात दस बजे बाद किसी भी दशा में संगीत नहीं बजाएं।
बुधवार को सीओ विभा दीक्षित ने पर्यटन और टैक्सी कारोबारियों के साथ पुलिस लाइन सभागार में बैठक की। इस दौरान क्रिसमस व नववर्ष के पर्यटन सीजन की तैयारियों पर चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि होटल कारोबारी अथवा टैक्सी संचालक सड़क किनारे वाहन पार्क न करें इससे जाम की स्थिति पैदा हो जाती है। पुलिस की ओर से बनाये गए यातायात प्लान को लागू करवाने में सहयोग करें। कालाढूंगी मार्ग पर लगातार बढ़ रहे सड़क हादसों को देखते हुए बसों का आवागमन हल्द्वानी रोड से रहेगा। पर्यटक वाहनों को एंट्री प्वाइंट पर रोकने के बाद पर्यटकों को शटल सेवा से नैनीताल भेजा जाएगा। टेंपो ट्रैवलर को भी बारापत्थर पर रोक दिया जाएगा। पंगोट मार्ग पर छोटे वाहनों को ही एंट्री दी जाएगी।
सीओ ने की ये अपील
सीओ विभा दीक्षित ने थर्टी फर्स्ट पर देर रात तक संगीत नहीं बजाने की अपील की। बैठक में एआरटीओ रश्मि भट्ट, कोतवाल धर्मवारी सोलंकी, टीआई आदेश कुमार, पंकज तिवारी, ललित मोहन, होटल एसोसिएशन सचिव वेद साह, अमनदीप सिंह, नासिर खान, संजय लोहनी, राजेंद्र प्रसाद आदि मौजूद रहे।